अब इससे ज्यादा क्या होगा?

वो पंडित जी की परी सयानी, थोड़ी नटखट, थोड़ी दीवानी, मैं बालक अल्हड़ अज्ञानी, सुबह मस्त और शाम रूहानी, इतनी सी थी मेरी कहानी, अब इससे ज्यादा क्या होगा? सुबह रोज़ मंदिर वो जाया करे, वो मेरी गली में भी आया करे, मैं नज़रे मिलाने की जो कोशिश करूँ वो नज़रे चुरा के मुड़ जाया […]

वो माँ है, सब जानती है।

वो माँ है, सब जानती है। बचपन में जो खिलौना पापा से मांगने में डर लगता है, तुम्हारे सोने के बाद वो उनको बताती है। सुबह नाश्ते से लेकर रात तक सबका खाना बनाती है, तुम भूखे ना रहो इसलिए सुबह अँधेरे में ही जग जाती है, वो माँ है, सब जानती है। कम नंबर […]

***दूरी***

अजीत एक नामी सॉफ्टवेयर कम्पनी में काम करता था। अपनी शादी के लिए 15 दिन की छुट्टियाँ उसको इस शर्त पे मिली थी कि अगले 3 महीने वो एक भी दिन ऑफिस मिस नहीं करेगा। अजीत और श्रेया की शादी घरवालों की मर्ज़ी से हुई थी। दोनों लोग अपने आप में हर तरीके से सम्पूर्ण […]